इक्कीसमुखी- यह रूद्राक्ष साक्षात भगवान कुबेर का स्वरूप माना गया है, किन्तु इसका मिल-पाना अतिदुर्लभ है। यह भौतिक जगत के विभिन्न प्रकार के सुखों को प्रदान करने में सक्षम है। इसे धारण करने से साहस, बल, बुद्धि, विद्या, धन, प्रतिष्ठा, व्यवसाय, नौकरी आदि में सफलता मिलती है।