Origin Nepal
11 Piece in each packet
5 मुखी - पांच मुखी रुद्राक्ष परमेश्वर
का स्वरूप है। यह गुरु से संबंधित है और ज्ञान, सौंदर्य,
मानसिक शान्ति, धन, संतान आदि देता है। यह गुरू के अशुभ
प्रभाव जैसे कि वैवाहिक जीवन में तनाव, मोटापा, शुगर,
जांघ व किडनी के रोग को ठीक करता है।
यह दीर्ध आयु व अपूर्व स्वास्थ्य प्रदान
करता है। टूटे दिलों को जोडता है व अचानक हमले से
रक्षा करता है।पांच मुखी रुद्राक्ष
इस रुद्राक्ष को रुद्र का स्वरूप कहा गया है। बृहस्पति ग्रह की प्रतिकूलता को दूर करने के लिए इसको धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से निर्धनता, दाम्पत्य सुख में कमी, जांघ व कान के रोग, मधुमेह जैसे रोगों का निवारण होता है। पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करने वालों को सुख, शांति व प्रसिद्धि प्राप्त होते हैं। इसमें पुखराज के समान गुण होते हैं। यह हृदय रोगियों के लिए उŸाम है। इससे आत्मिक विश्वास, मनोबल तथा ईश्वर के प्रति आसक्ति बढ़ती है। मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु, मीन वाले जातक इसे धारण कर सकते हैं। पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र: ऊँ ह्रां क्रां वां हां। सोमवार की सुबह मंत्र एक माला जप कर, इसे काले धागे में विधि पूर्वक धारण करना चाहिए।