#अश्वगंधा क्या है?
अलग-अलग देशों में #अश्वगंधा कई प्रकार की होती है, लेकिन असली #अश्वगंधा की पहचान करने के लिए इसके पौधों को मसलने पर घोड़े के पेशाब जैसी गंध आती है। #अश्वगंधा की ताजी जड़ में यह गंध अधिक तेज होती है। वन में पाए जाने वाले पौधों की तुलना में खेती के माध्यम से उगाए जाने वाले #अश्वगंधाकी गुणवत्ता अच्छी होती है। तेल निकालने के लिए वनों में पाया जाने वाला #अश्वगंधा का पौधा ही अच्छा माना जाता है।
#अश्वगंधा के कुछ खास औषधीय गुणों के कारण यह बहुत तेजी से प्रचलित हुआ है। आइए आपको बताते हैं आप #अश्वगंधा का प्रयोग किन-किन बीमारियों में और कैसे कर सकते हैंः-
1.सफेद बाल की समस्या में #अश्वगंधा के फायदे
2.आंखों की ज्योति बढ़ाए #अश्वगंधा
3.गले के रोग (गलगंड) में #अश्वगंधा के पत्ते के फायदे
4.टीबी रोग में #चूर्ण के उपयोग
5.#अश्वगंधा के इस्तेमाल से खांसी का इलाज
6.छाती के दर्द में #अश्वगंधा के लाभ
7.पेट की बीमारी में #अश्वगंधा चूर्ण के उपयोग
8.#चूर्ण के उपयोग से कब्ज की समस्या का इलाज
9.गर्भधारण करने में #अश्वगंधा के प्रयोग से लाभ
10.ल्यूकोरिया के इलाज में #अश्वगंधा से फायदा
11.इंद्रिय दुर्बलता (लिंग की कमजोरी) दूर करता है #अश्वगंधा का प्रयोग
12.#अश्वगंधा के सेवन से दूर होती है शारीरिक कमजोरी
13.रक्त विकार में #अश्वगंधा के चूर्ण से लाभ
इस्तेमाल के लिए #अश्वगंधा के उपयोगी हिस्से
पत्ते
जड़
फल
बीज
#अश्वगंधा से जुड़ी विशेष जानकारी – बाजारों में जो #असगंधा बिकती है उसमें काकनज की जड़े मिली हुई होती हैं। कुछ लोग इसे # असगंध भी कहते हैं। काकनज की जड़ें #असगंधा से कम गुण वाली होती हैं। जंगली #अश्वगंधा का बाहरी प्रयोग ज्यादा होता है।
#अश्वगंधा का सेवन कैसे करें
#अश्वगंधा का सही लाभ पाने के लिए #अश्वगंधा का सेवन कैसे करें ये पता होना ज़रूरी होता है। #अश्वगंधा के सही फायदा पाने और नुकसान से बचने के लिए चिकित्सक के परामर्श के अनुसार सेवन करना चाहिए-
जड़ का चूर्ण – 2-4 ग्राम
काढ़ा – 10-30 मिलीग्राम
#अश्वगंधा से नुकसान
गर्म प्रकृति वाले व्यक्ति के लिए #अश्वगंधा का प्रयोग नुकसानदेह होता है।
#अश्वगंधा के नुकसानदेह प्रभाव को गोंद, कतीरा एवं घी के सेवन से ठीक किया जाता है।